गाज़ियाबाद: मुरादनगर के श्मशान घाट की छत गिरने के मामले पर उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने सख्त रुख अपना लिया है। उनके आदेश के बाद मुरादनगर नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी को निलंबत कर दिया है और साथ ही साथ कमिश्नर और जिलाधिकारी से इस घटना के लिए जवाब मांगा है। अब कयास ये भी लगाये जा रहे हैं कि उन्हें हटाया भी जा सकता है। वहीं दूसरी तरफ सीएम ने इस हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा देने का एलान किया है। इतना ही नहीं सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस घटना को गंभीर लापरवाही का नतीजा करार देते हुए आरोपियों पर रासुका यानि राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तरह कार्रवाई करने का आदेश दे दिया है। साथ ही साथ मुख्यमंत्री ने चेतावनी देते हुए कहा है कि इस घटना के लिए जितने भी अफसर ज़िम्मेदार हैं उन्हें शासन में बने रहने के कोई अधिकार नहीं है।
इस मामले में अब तक चार लोग गिरफ्तार
इस मामले में ठेकेदार, नगरपालिका की कार्यपालन अधिकारी समेत कई लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। पुलिस ने अब तक ठेकेदार, ईओ, इंजीनियर और सुपरवाइजर को गिरफ्तार कर लिया है। ठेकेदार अजय त्यागी इस हादसे का मुख्य आरोपी है। हादसे के बाद से अजय त्यागी फरार था. गाजियाबाद पुलिस ने आरोपी अजय त्यागी पर 25 हजार रुपये का ईनाम घोषित किया था। आपको बता दें कि रविवार को मुरादनगर में श्मशान की छत गिरने के कारण 25 लोगों की मौत हो गई थी। पुलिस के मुताबिक गाजियाबाद के थाना मुरादनगर क्षेत्र के उखलारसी गांव में एक व्यक्ति की मृत्यु हो जाने पर परिजन और सगे संबंधी मृत व्यक्ति को दाह संस्कार के लिए श्मशान घाट लेकर पहुंचे थे। परिजन मृत व्यक्ति का अंतिम संस्कार कर ही रहे थे तभी श्मशान घाट की छत भरभरा कर गिर गई।